सुन्दर लगने कि होड़ में हम सुन्दर बनना भूल गए । बाहरी अभिनंदन के लिए हम अन्दर से संवारना भूल गए ।। *************************************************** तुलना करने से ही दुखी मैं | तुलना करके ही हू मैं खुश ।। ************************************* बहुत महंगे जूते खरीदने वाले कहाँ ज्यादा चला करते है? और जिन्हे ज्यादा चलना पड़ता है वह अकसर या तो खाली पैर या महंगे जूते लेने मे असमर्थ पाए जाते है। *************************************** वह सुन्दर है तो उसको डर है कुछ गलत हो जाए ना वह कम सुन्दर तो उसको भी डर भीड़ मे कहीं खो जाए ना वह कुरुप, गरीब, पीडित, अलग है तो उसको भी नए से डर है दूसरों के गुनाहो, बेवजह की अफवाहों के कारण कहीं वह मारा जाए ना ***************************************